सहरसा मे विभाग व संवेदक के हैरतअंगेज कारनामे देखे।

 





                   (अजय कुमार की रिपोर्ट)

सहरसा, 02 अगस्त।  ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल सिमरी बख्तियारपुर की मनमानी,उदासीनता एवं हठधर्मिता से क्षेत्र में करोड़ों की राशि से संचालित अधिकांश योजनायें भगवान भरोसे है।जिसका कोई माई-बाप नही है। कारण है की यहां विभाग की प्रमंडलीय मुख्यालय रहने के बावजूद कोई भी पदाधिकारी यहां आते ही नही है। ज्ञात हो की इस कार्यालय में एक कार्यपालक अभियंता,तीन सहायक अभियंता, पांच कनीय अभियंता पदस्थापित हैं।ये पदाधिकारी लोग कबूतर खाने जैसा भाड़े के मकान में संचालित कार्यालय परिसर में सिर्फ 26 जनवरी एवं 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराकर जो जाते हैं तो बीच में पुनः कभी लौट के नही आते हैं।जिससे से क्षेत्र में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कोष से करोड़ों की राशि से संचालित दर्जनों योजनायें की देखरेख कभी होती ही नही है। सभी संचालित योजनाओं के प्राक्कलन से लेकर मापीपुस्त तक जिला मुख्यालय स्थित सभी हाकिमों के आवास,बाइक की डिक्की, साइकिल के झोले के अलावे अब चाय नास्ता के ढाबे में भी तैयार करने के साथ सेवा शुल्क लेकर कागजी निरीक्षण भी कर लिया जाता है।संचालित योजना क्षेत्र के नागरिकों ने दावा किया है की अगर सभी योजनाओं की गहन व निरंतर जांच होने पर विभाग व संवेदक के हैरतअंगेज कारनामे उजागर होगी जो सातवें आश्चर्य से कम नही होगी। करोड़ों की स्वीकृत एवं संचालित योजनाओं सरजमीन पर दो दो वर्ष से लंबित है।जिसकी कार्य पूरा करने की अवधि दो वर्ष पूर्व ही समाप्त हो चुकी है। लेकिन विभाग की सांठ गांठ से कार्य पूरा नही किया जा सका है। जिस कारण क्षेत्र के लोगों को कष्टदायी के दौड़ से गुजरना पड़ रहा है। 

उदाहरण के तौर पर एक सड़क निर्माण का विवरणी बोर्ड व तस्वीर से स्पष्ट हो जाएगा की विभाग में कितना तानाशाही व भ्रष्टाचार व्याप्त है।मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना(SC) के तहत सरोजा पंचायत के बलवा बख्तियारपुर मेन पथ सरोजा में कुजरा टोला चकमका पथ 0.685 किलोमीटर की लंबाई में करीब 50 लाख की राशि से सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ की तिथि 02 मार्च 2020 तथा समाप्त की तिथि 01 फरवरी 2021 था। संवेदक राजा ट्रेडर्स (प्रो. विपीन कुमार झा) सोनवर्षाराज सहरसा, कार्यकारी एजेंसी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग,कार्य प्रमंडल सिमरी बख़्तियारपुर है।विभाग व संवेदक गठजोड़ के कारण उक्त सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ करीब एक वर्ष के बाद कार्य समाप्ति की तिथि के करीब सांसद चौधरी महबूब अली कैसर व विधायक युसुफ सलाहउद्दीन द्वारा 24 जनवरी 2021 को कराया गया था। इसके कुछ माह बाद उक्त सड़क पर निर्माण कार्य के लिये जहां तहां थोड़ा थोड़ा मेटल गिराकर   संवेदक फरार हो गया।उस दिन से न तो संवेदक व न ही विभाग ने सड़क निर्माण की दिशा में कोई सुधि ली। जब ग्रामीणों को आवागमन में ज्यादा परेशानी होने लगी तो सिमरी बख्तियारपुर स्थित विभागीय कार्यालय का अनेकों बार चक्कर लगाये। लेकिन किसी से कभी मुलाकात ही नही हुई। थक हारकर ग्रामीणों ने उक्त सड़क पर ही विभाग व संवेदक के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारे लगाकर प्रदर्शन कर चुके हैं। बावजूद अभी तक किसी पदाधिकारी के कानों पर जूं तक नही रेंगी है। अब ग्रामीणों का कहना है कि विभाग भ्रष्टाचार के हमाम में डूब चुकी है। अब जगाने के लिये सिमरी बख़्तियारपुर-बलवाहाट एन.एच.107 को ही चकमका में जाम करने के अलावे कोई रास्ता नही बचा है।

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