बेतिया, 09 जून। नवनियुक्त 52 अमीनों का सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम 09 जून से प्रारंभ होकर 16 जून तक संचालित किया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी ने अमीनों से कहा कि आप सभी योग्य है। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद, पटना द्वारा आयोजित परीक्षा में सफल हुए हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम से लाभ लें। अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें। एक-एक बिन्दु को बेहतर तरीके से समझें। प्रशिक्षण के दौरान संकोच नहीं करें, जो बातें समझ में नहीं आएगी, उसे प्रशिक्षकों के समक्ष उठायें, प्रशिक्षक आपको भलीभांति समझायेंगे।
उन्होंने कहा कि भूमि संबंधित समस्याओं के निष्पादन में अमीनों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। अब आप सरकार के महत्वपूर्ण अंग हो गये हैं। प्रशिक्षण उपरांत विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें। भूमि संबंधी मामलों का निष्पादन निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से करेंगे। नियमानुकूल कार्य करेंगे। वरीय अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करेंगे। किसी भी प्रलोभन में नहीं पड़ना है। कार्य के दौरान लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार एवं अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह द्वारा भी अमीनों का उत्साहवर्धन किया गया और उन्हें राजस्व संबंधित विभिन्न पहलूओं की जानकारी दी गयी।
आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों द्वारा अमीनों को राजस्व विभाग एवं सर्वेक्षण का संक्षिप्त इतिहास एवं कैडेस्ट्रॉल सर्वे, रिभिजन सर्वे, चकबंदी की सामान्य जानकारी, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से संबंधित अधिनियमों एवं नियमावली की संक्षिप्त जानकारी, जिलास्तरीय राजस्व प्रशासन का स्वरूप की जानकारी दी गयी। इसी तरह अगले प्रशिक्षण दिवस को बीटी एक्ट 1885 की संक्षिप्त जानकारी, भू-मापी की पृष्ट भूमि, महत्व, परम्परागत एवं आधुनिक तकनीक का परिचय, भू-मापी एवं राजस्व संबंधी शब्दावली, मापी प्रक्रिया से संबंधित गणित, बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम 2011 एवं नियमावली 2012, मानचित्र में प्रयोग होने वाले संकेत चिन्हों की जानकारी, बिहार भूमि दाखिल खारिज अधिनियम 2011 एवं नियमावली 2012, गैरमजरूआ आम/मालिक/कैसरे हिन्द, भू-दान से संबंधित भूमि की जानकारी, भू-मापी के आधुनिक तकनीक का उपयोग, भूमि बंदोबस्त अतिक्रमण आदि के प्रस्ताव में नक्शा बनाने की प्रक्रिया, भू-अर्जन अधिनियम 2013 एवं अमीन की भूमिका, भू-मापी में फील्डबुक का संधारण, भूमि बंदोबस्ती, वासगीत पर्चा की जानकारी, लोक भूमि अतिक्रमण अधिनियम 1956 एवं अमीन की भूमिका, राजस्व विभाग के सॉफ्टवेयर एवं ऑनलाईन सेवाएं, बिहार भूमि विवाद निराकरण अधिनियम की जानकारी एवं अमीन की भूमिका, अंचल का कार्य प्रणाली, रिर्पोटिंग एवं अमीन की भूमिका, राजस्व संबंधी अधिनियम आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान की जायेगी। इसके साथ ही राजस्व संबंधी अधिनिम एवं नियमावली की जांच परीक्षा ली जायेगी तथा मूल्यांकन एवं फीडबैक भी लिया जायेगा।
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