मणिपुर में ईसाई कुकी आदिवासियों के खिलाफ जारी कत्लेआम और सामूहिक बलात्कार करने के खिलाफ पटना की सड़कों पर महिलाओं का एक विशाल प्रतिरोध मार्च


                                                                       ( रिपोर्ट - अमानुल हक )

पटना, 29 जुलाई।   लगभग तीन महीने से देश के मणिपुर में ईसाई कुकी आदिवासियों के खिलाफ जारी कत्लेआम और दो आदिवासी महिलाओं को सैकड़ों मर्दों द्वारा नंगा कर सड़क पर घुमाने और उसके अंगों को नोंचने, दबोचने तथा सामूहिक बलात्कार करने के खिलाफ शनिवार को पटना की सड़कों पर महिलाओं का एक विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला गया। यह मार्च पटना के  गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास से निकलकर मुख्य सड़कों से होता हुआ स्टेशन के निकट बुद्धा स्मृति पार्क पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। लोकतांत्रिक जन पहल के बैनर तले आयोजित इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में महिलाएं और सैकड़ों की तादाद में पुरुष शामिल थे।

    जुलूस के दौरान लोगों में काफी आक्रोश था तथा पूरा जुलुस नारे लिखे हुए तख्तियों और बैनर से पटा हुआ था। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, मणिपुर में आदिवासियों का कत्लेआम बंद करो, नकारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस्तीफा दो, महिलाओं के साथ दरिंदगी क्यों नरेंद्र मोदी जबाब दो, मणिपुर हिंसा के गुनहगार नरेंद्र मोदी अमित शाह, मणिपुर में हिंसा बंद करो, मणिपुर में शांति की गारंटी करो और नरेंद्र मोदी का काम संसद का अपमान आदि नारे लग रहे थे।

      सभा को संबोधित करते हुए जानी-मानी बरिष्ठ सामाजिक राजनीतिक नेता कंचन बाला ने कहा कि गुजरात में बिल्किस बानों के बलात्कारियों की सजा माफ कर दी गयी, भाजपा के दबंग सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर देश के नामी-गिरामी स्वर्ण पदक विजेता नाबालिग महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगा लेकिन मोदी - योगी सरकार उसे किस तरह बेशर्मी से बचाव कर रही है, यह जग जाहिर है। मणिपुर में वहां की भाजपा सरकार के संरक्षण में गुंडे ईसाई कुकी आदिवासियों का कत्ल और महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी संसद में बोलने से भागे फिर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है अब उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

बरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री सुधा वर्गीज ने कहा कि देशभर में दलित आदिवासी महिलाओं के उपर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। मणिपुर में ऐसा लगता है कि ईसाई अल्पसंख्यक कुकी आदिवासियों का  राज्य और केंद्र सरकार के संरक्षण में सफाया करने की साज़िश है। अब तक  तीन हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। उन्होंने ने कहा कि मणिपुर की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।

  इस सभा को संबोधित करने वालों में सुनीता कुमारी , मंजु डुंगडुंग, प्रतिमा कुमारी, तबस्सुम अली, रीया कुमारी, अविता कुजुर, इन्दु कुमारी, उषा कुमारी, नीलिमा कुमारी, शगुफ्ता राशिद, रंजु देवी, रेखा कुमारी, श्रद्धा देवी, जितनी देवी, प्रदीप प्रियदर्शी, पुष्पा कुमारी, अशोक कुमार एडवोकेट, अशर्फी सदा,मणिलाल, बिन्दु कुमारी, बेबी कुमारी, कृष्ण मुरारी, मनहर कृष्ण अतुल, मोख्तारूल हक, अफ़ज़ल हुसैन, मंजीत कुमार साहू, अनुपम प्रियदर्शी और निर्मल नंदी के नाम प्रमुख हैं।

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