बेतिया (बिहार), 5 नवंबर। देश के पांच राज्यों में भाजपा एनडीए की हालत पतली है। जनता ने भाजपा को नकार दी है। बेचैनी में मोदी सरकार ने पांचों राज्यों की चुनाव कमान इंडी को सौंप दी है। देश की महत्वपूर्ण एजेंसियों को पंगु बनाकर उसका दुरुपयोग केंन्द्र सरकार कर रही है। इतना ही नहीं इलेक्ट्रल . बॉण्ड के जरिये देश में काला धन को सफेद किया जा रहा है। इसके संदर्भ में देश की जनता को जानना उनका हक - अधिकार है। इसका सच सामने आने से देश में जारी निजीकरण के विभिन्न आयामों का सच भी बाहर आएगा। ये बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने रविवार को बेतिया में कहीं। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के सातवें राज्य सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री भट्टाचार्य ने बापू सभागार बेतिया में कहीं, आगे कहा कि 2024 का चुनाव देश के लिए निर्णायक है। भारतीय लोकतंत्र खतरे में है, नागरिकों का अधिकार छीना जा रहा है। जनता की आवाज दबाई जा रही है। लोकतंत्र बचाने के लिए मोदी सरकार को सत्ता से हटाना होगा। देश में विपक्षी एकता मजबूत हुई। एवं सत्ता एनडीए के खिलाफ आई एन डी आईए की सार्थक एकता बनी रहेगी। मोदी सरकार ने देश की विदेश नीति को इजरायल - अमेरिका के नाम गिरवी रख दी है। यूएन में मोदी - सरकार ने शांति प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। आज भी गाजा में नरसंहार का दौर जारी है। हमास कोई मुद्दा नहीं, पर उसे खत्म करने के नाम पर फिलीस्तीन में अबतक में. 10 हजार हत्याएं हो चुकी है। मृतकों में 40% बच्चे हैं। इस कत्लेआम के खिलाफ हम आवाज बुलंद करते रहेंगे। आज इजरायली नागरिक भी अपने ऊपर युद्ध थोपने के खिलाफ -सम्मेलन शुरू होने से पहले हजारों कार्यकर्ताओं नागरिकों और सांगठनिक पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट स्थित अम्बेड़कर प्रतिमा स्थल पर माल्यार्पण के बाद युद्ध के विरुद्ध शांति के लिए मार्च निकालने के बाद सम्मेलन की शुरुआत हुई। सम्मेलन को ए.एन. सिन्हा इंस्टीच्यूट के प्रो. विकास विद्यार्थी,
खेग्रामस के राष्ट्रीय संरक्षक पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, माले के वरीय नेता स्वदेश मट्टाचार्य , खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा,किसान महा सभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ऐपवा की राष्ट्रीय -महासचिव मीना तिवारी, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, ऑल इंडिया स्कीम वर्कर एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि यादव, रसोइया संघ की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यदेव राम, भोला प्रसाद दिवाकर आदि नेताओं ने संबोधित किया। - मंच का संचालन खेग्रामस के प्रदेश अध्यक्ष सह सिकटा विधायक वीरेन्द्र गुप्ता ने किया। मौके पर अर्थशास्त्री प्रो. विवास विद्यार्थी ने कहा कि देश में अब गरीब-मजदूर- शोषितों के साथ-साथ मध्य वर्ग को भी लाल झंडा के नीचे आना होगा। तभी कंपनी राज का चक्रव्यूह टूटेगा। आज 10% लोगों के पास ही कुल आवादी का 50 फीसदी - हिस्सा है। 50 लाख एकड़ से अधिक जमीन सरप्लस निकल सकती है। देश-राज्य में फास्ट ट्रैक कोर्ट लगाकर सिलिंग के मामलों का निपटारा किया जाना चाहिए। बिहार में जमीन के हरेक खेसरा को आधार से जोड़ देना चाहिए। वहीं अन्य तमाम वक्ताओं ने देश में सत्तारूढ़ सामंती - फासीवादी सरकार के विरोध में बिगुल फूंका।
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