बगहा, 05 दिसंबर। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक अभियोजन पदाधिकारी प्रतियोगिता परीक्षा 2020 में बगहा की बेटी निकिता कुमारी ने सफलता प्राप्त कर व्यवहार न्यायालय के सहायक अभियोजन पदाधिकारी(एपीओ) बनकर बगहा का नाम रौशन की हैं।निकिता कुमारी को यह सफलता दूसरी प्रयास में मिली है।उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कठिन परिश्रम और माता, छोटी बहन और गुरुजनों और ईश्वर की असीम कृपा को दी है।परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जैसे ही यह सूचना मिली कि निकिता कुमारी को बीपीएससी की एपीओ परीक्षा में सफलता मिली है,बधाई संदेश और शुभकामनाएं देने वालों का तांता लग गया।आपको बता दें कि बगहा नगर के नरईपुर वार्ड नंबर 11 की निकिता कुमारी स्वर्गीय रामचंद्र साह की पुत्री हैं।जो पेशे से खेतीबाड़ी करते थे।वही माता ललिता देवी गृहणी हैं।निकिता कुमारी सात बहन मुन्नी देवी,द्रोपदी देवी,आलका देवी, बबली देवी इत्यादि में सिर्फ एक बहन विभा कुमारी से बड़ी हैं।निकिता कुमारी ने मैट्रिक की पढ़ाई एन.बी.एस मिल्स हाई स्कूल नरईपुर 2005 और इंटरमीडिएट महर्षि वाल्मीकि कॉलेज,बगहा दो 2007 से की।उसके बाद लॉ कॉलेज, मुजफ्फरपुर से 2012 में बी.ए.एल.एल.बी की डिग्री प्राप्त की।उसके बाद बीपीएससी सहायक अभियोजन पदाधिकारी की तैयारी के लिए इलाहाबाद के कोचिंग संस्थान में जुड़ गई।कोचिंग संस्थान में पठन-पाठन करने के आलावे प्रतिदिन आठ से नौ घंटे तक सेल्फ स्टडी करती थी।। निकिता कुमारी ने बतायी कि शुरू से ही माता ललिता देवी, छोटी बहन विभा तथा शिक्षक संतू यादव के मार्गदर्शन और पढ़ने-लिखने के लिए प्रोत्साहित करते थे।जिससे मैं प्रेरित हुई और आज यह मुकाम हासिल की हूं।निकिता कुमारी ने बतायी की एक पदाधिकारी के रूप मै गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों का सदैव सेवा करूंगी। बीपीएससी की एपीओ परीक्षा की तैयारी को लेकर निकिता कुमारी ने बतायी कि इस परीक्षा में अच्छे अंकों से पास होने के लिए सबसे पहले तो आपका बेसिक क्लियर और विषयों पर अच्छी पकड़ होना बहुत ही जरूरी हैं। लॉ की किताबों का अध्ययन करते हुए अपना खुद का परफेक्ट नोट्स बनाने होंगे। प्रतिदिन सात से आठ घंटे की पढ़ाई करने से ही बेहतर परिणाम संभव हैं
वहीं निकिता कुमारी की माता ललिता देवी ने बताई कि पुत्री की सफलता से न सिर्फ परिवार बल्कि पश्चिमी चंपारण जिला और बगहा तथा पूरा समाज गौरवान्वित हुआ है।मौके पर कशिश कुमारी,मुकेश प्रसाद,अनिल साह,सुनील गुप्ता मौजूद रहें।
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