Meri Pehchan / Report By अमानुल हक़
बेतिया, 07 जुलाई। बिहार राज्य के पश्चिम चंपारण ज़िला स्थित नेपाली सीमावर्ती क्षेत्र मे लगातार पांच दिनों से नेपाल एवं नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पश्चिम चंपारण ज़िला की गंडक मसान सिकरहना सहित प्राय सभी पहाड़ी नदियां भारी उफान पर है, जिसके कारण आसपास के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गंडक नदी के जल स्तर में लगातार हो रही भारी वृद्धि के कारण गंडक विभाग द्वारा बाल्मीकि नगर गंडक ब्राज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए हैं। वहीं पश्चिम चंपारण की पगली नदी कहे जाने वाले मसान नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। रामनगर प्रखंड में मस्तान नदी पानी गुदगुदी पंचायत के हरपुर गांव सहित करीब गांव में घुस गया है और ग्रामीण की ओर पलायन कर रहे हैं।
पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद पश्चिम चंपारण के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर तबाही मचाने लगा है.
पश्चिम चंपारण के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनते दिख रहे हैं. आने वाले दिनों में अन्य प्रखंडों में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वहीं बगहा दो प्रखंड के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के चकदहवा, झंडू टोला, बिन टोली, कानी टोला के साथ ही पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा, बलुआ ठोरी और मंझरिया के गांवों में गंडक नदी का पानी घुसने लगा है. कई परिवार गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंच गया है. वहीं कई परिवार पानी से खुद को बचाते हुए जद्दोजहद कर रहा है.
पश्चिम चंपारण के डीएम दिनेश कुमार राय ने सभी ब्लॉक के सीओ और बीडीओ को प्रभावित गांवों में कैंप कर हालात पर नजर रखने का निर्देश दिया है. वहीं निचले इलाकों से तेजी से लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचा जा रहा है. हालांकि ताजा अपडेट के अनुसार गंडक नदी का जलस्तर फिलहाल स्थिर है. 4 लाख 40 हज़ार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज जारी है. वहीं वाल्मीकिनगर में नेपाल की अन्य नदियों का जलस्तर स्थिर. वहीं इससे पहले गंडक बराज पर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
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