पश्चिम चंपारण स्थित तटबंधों के अंदर रहने वालों तथा निचले क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने का निदेश।



 




बेतिया, 15 जून। भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा भारी वर्षा, मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। जारी अलर्ट में कहा गया है कि 15 जून से अगले 48 घंटे तक जिले में भारी बारिश, वज्रपात होने तथा तेज आँधी चलने की प्रबल संभावना है। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी अलर्ट को लेकर जिलाधिकारी,  कुंदन कुमार ने तेज आँधी, पानी, मेघ गर्जन, वज्रपात के प्रभाव से निपटने हेतु प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, एसडीआरएफ को अलर्ट मोड में रहकर ऐहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।

जिले में लगातार अप्रत्याशित रूप से भारी बारिश हो रही है। समूचे जिले में औसतन 166 एमएम बारिश रिकॉर्ड किया गया है। सिर्फ बेतिया प्रखंड क्षेत्र में 170 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है जो काफी ज्यादा है। यहाँ के बड़े-छोटे सभी नालों की धारण क्षमता से काफी अधिक बारिश हुयी है।

समीक्षा के क्रम में नगर आयुक्त के द्वारा बताया गया कि नगर निगम, बेतिया द्वारा शहर के विभिन्न नालों की बड़े मशीनों के माध्यम से सफाई/उड़ाही कर  जल निकासी करायी जा रही है। साथ ही अंधेरी-चुनरी, चन्द्रावत सहित अन्य नदी जहाँ शहर का पानी निकलता है, वहाँ भी अच्छे तरीके से सफाई की जा रही है ताकि शहर में जमा पानी को जल्द से जल्द निकाला जा सके।

बेतिया नगर निगम के नगर आयुक्त सहित सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में सभी संसाधनों के साथ टीम तैयार रखेंगे। साथ ही भारी बारिश के आलोक में जलनिकासी की समुचित व्यवस्था करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त सूचना के अनुसार नेपाल में भी लगातार बारिश हो रही है तथा नारायणी घाट से आज मध्याह्न 12.00 बजे 2 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। फिलवक्त गंडक बराज से 2 लाख 34 हजार पानी का डिस्चार्ज हुआ है। ये और बढ़ने की संभावना है। उक्त पानी गंडक बराज, वाल्मीकिनगर तक 06 बजे तक पहुँच जाएगा तथा रात्रि के समय गंडक नदी समेत जुड़ाव वाले नदी के आसपास के क्षेत्रों में फैलने की संभावना है।

फ्लड फाइटिंग कार्य से संबंधित सभी कार्यपालक अभियंता पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें। गत वर्ष आयी बाढ़ आपदा के समय सभी ने अच्छा कार्य किया है। ऐसे ही संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने के लिए अपना बेस्ट दें।

समीक्षा के क्रम में फ्लड फाइटिंग इंजीनियर, श्री जमील ने बताया कि आज रात्रि तक गंडक बराज द्वारा लगभग तीन लाख क्यूसेक तक पानी डिस्चार्ज हो सकता है। सभी अधिकारियों एवं कर्मियों को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जून माह में ढाई लाख से अधिक पानी डिस्चार्ज होना अप्रत्याशित है। एहतियातन सभी कार्रवाई की जा रही है।

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि फ्लड इंजीनियर युद्धस्तर पर फ्लड प्रॉटेक्शन कार्य कराएं। फ्लड फाइटिंग टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के हमेशा अलर्ट रहने को कहें तथा आवश्यकतानुसार फ्लड फाइटिंग कार्य सम्पन्न कराएं।

सभी अंचलाधिकारी, संबंधित कार्यपालक अभियंता को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने तथा तटबंधों की नियमित निगरानी करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान के दौरान सड़कों पर पेड़ आदि गिर जाते हैं, जिससे आवागमन में बाधा पहुंचती है। सभी अंचलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पेड़ गिरने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाय तथा त्वरित गति से यातायात व्यवस्था सुचारू करने की कार्रवाई करेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा सभी अंचलाधिकारियों को निदेश दिया गया कि संबंधित क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर माईकिंग के माध्यम से आमजन को भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात से बचाव हेतु जागरूक करेंगे। किसानों एवं तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थलों पर निवास करने, घरों में रहने आदि के संबंध में माइकिंग के माध्यम से जागरूक करने का निदेश दिया गया है। साथ ही सभी आश्रय स्थलों पर सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने हेतु निदेशित किया गया है।

जिला आपदा प्रभारी को निदेशित किया गया कि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी निदेश तथा संभावित बाढ़ के मद्देनजर एसडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह अलर्ट मोड में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके। साथ ही सभी अंचलाधिकारियों को नाव, नाविकों आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।

सड़क निर्माण से जुड़े सभी कार्यपालक अभियंताओं को निदेश दिया गया कि सभी पथों/पहुँच पथों की सतत निगरानी की जाय। नदी के कटाव से क्षतिग्रस्त सड़कों/पहुँच पथों की मरम्मति अविलंब कराना सुनिश्चित करें।

कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा गया है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुचारू करें। साथ ही टीम का गठन कर जिले के सभी बिजली तारों एवं पोलों का मुआयना करने का भी निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।  

जिलेवासियों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भारी बारिश, तेज आँधी, मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर जारी अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। जिलेवासी उचित सावधानी एवं सुरक्षा के उपाय बरतें। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसान तथा नागरिक पक्के घर में शरण लें। तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। नदियों के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए सभी ऊँचे स्थानों पर आ जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें। बारिश-तूफान के दौरान अपने बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नहीं जाने दें। किसान अपने मवेशियों को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थलों पर रखें।

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