14 अगस्त तक भारी वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी, नदियों के जलस्तर, तटबंधों की सतत निगरानी करने का निदेश।




बेतिया, 11 अगस्त।  मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर जारी पूर्वानुमान के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा ऐहतियातन सभी प्रकार की कार्रवाई ससमय पूर्ण करने एवं उक्त अवधि में अलर्ट रहने का निदेश जारी किया गया है। भारत मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षापात, वज्रपात को लेकर जारी अलर्ट में कहा गया है कि  11 अगस्त से 14 अगस्त तक पश्चिम चंपारण में भारी वर्षापात एवं वज्रपात होने की संभावना है। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी अलर्ट को लेकर जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने भारी वर्षापात एवं वज्रपात के प्रभाव से निपटने हेतु जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एसडीआरएफ को अलर्ट मोड में रहकर ऐहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को उक्त कार्य का सतत अनुश्रवण एवं लगातार समीक्षा करने हेतु निदेशित किया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि आंधी-तूफान के दौरान सड़कों पर पेड़ आदि गिर जाते हैं, जिससे आवागमन में बाधा पहुंचती है। सभी अंचलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पेड़ गिरने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाय तथा त्वरित गति से यातायात व्यवस्था सुचारू करने की कार्रवाई करेंगे।

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि फ्लड इंजीनियर पूरी तरह अलर्ट रहें तथा फ्लड फाइटिंग टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ हमेशा अलर्ट रहने को कहें तथा आवश्यकतानुसार फ्लड फाइटिंग कार्य सम्पन्न कराएं। 

बेतिया नगर निगम के आयुक्त सहित सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में जन-जीवन सामान्य बनाये रखने के लिए सभी संसाधनों को अपडेट रखेंगे तथा सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखेंगे। 

जिला आपदा प्रभारी को निदेशित किया गया कि एसडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह अलर्ट मोड में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके। साथ ही सभी अंचलाधिकारियों को नाव, नाविकों सहित बचाव के अन्य संसाधनों आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। साथ ही आवश्यकतानुसार आश्रय स्थलों को चिन्हित करते हुए सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने हेतु निदेशित किया गया है।

कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा गया है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुचारू करें। साथ ही टीम का गठन कर जिले के सभी बिजली तारों एवं पोलों का मुआयना करने का भी निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।

सड़क निर्माण से जुड़े सभी कार्यपालक अभियंताओं को निदेश दिया गया कि सभी पथों/पहुँच पथों की सतत निगरानी की जाय। नदी के कटाव, अत्यधिक वर्षापात से क्षतिग्रस्त सड़कों/पहुँच पथों की मरम्मति अविलंब कराना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी द्वारा सभी अंचलाधिकारियों को निदेश दिया गया कि संबंधित क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर माईकिंग के माध्यम से आमजन को भारी वर्षापात एवं वज्रपात से बचाव हेतु जागरूक करेंगे। किसानों एवं तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थलों पर निवास करने, घरों में रहने आदि के संबंध में माइकिंग के माध्यम से जागरूक करने का निदेश दिया गया है।

जिलेवासियों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भारी वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर जारी अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। जिलेवासी उचित सावधानी एवं सुरक्षा के उपाय बरतें। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसान तथा नागरिक पक्के घर में शरण लें। तटवर्ती एवं निचले इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें। अनावश्यक यात्रा से बचें, अतिआवश्यक कार्यवश निकलने पर पूरी सतर्कता बरतें। वर्षापात एवं वज्रपात के दौरान अपने बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नदी, तालाब, पोखरा, गड्ढ़़ा की ओर नहीं जाने दें। किसान अपने मवेशियों को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थलों पर रखें।

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