संविदा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करो- ऐक्टू

 




बेतिया 29 मार्च।    ऐक्टू व आशा कार्यकर्ता संघ गोप गुट, आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका संघ गोप गुट, निकाय कर्मचारी संघ गोप गुट आदि के सैकड़ों कर्मचारीयों,मजदूरों ने राष्ट्रीय हड़ताल के दूसरे दिन भी बेतिया शोभा बाबू चौक से जुलूस निकाल कर मूख्य सड़क होतें हुए कलेक्ट्रेट गेट पर पहुँच  सभा में तब्दील हो गया, 8 घण्टा काम को 12 घण्टा करने का आदेश रद्द करों,4 श्रम कोड कानूनों को रद्द करों, गुलामी वाली ठिका-आउटसोर्स,संविदा प्रथा पर रोक लगाओं

,निजीकरण पर पूर्ण रोक लगाओं,देश के संसाधनों-सम्पत्तियों की बिक्री

 पर रोक लगाओं, रोजगार का प्रबंध करों और महंगाई पर रोक लगाओं

सभी संविदा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करो, सरकारी कर्मचारी घोषित होने तक संविदा कर्मियों को न्युनतम वेतन 24 हजार घोषित करों

सभी गरीबों को प्रति माह न्युनतम पेंशन 3000 हजार रुपये देने की घोषणा करों, गरीबों-मजदूरों को मोदी सरकार दास बनाना बन्द करो , रोजगार का प्रबन्ध करो॥ 

नहीं चलेगा साम्प्रदायिक बंटवारा ,चाहिए रोजगार और अधिकार हमारा॥ चरम बेकारी औरकमरतोड़ महंगाई पर रोक लगाओं आदि नारा लगाते रहें, अंत में सभा को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के जिला अध्यक्ष मंजु देवी ने कहा कि मोदी-नीतीश मजदूरों की मांगे पूरी करने, महंगाई-बेकारी दूर करने की बजाए कश्मीर फाइल दिखा साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण में लगी है ।

खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा क मोदी -नीतीश सरकार मजदूर-गरीबों को दास बना कर 5 किलो अनाज की भीख  पर निर्भर वाला देश बना रहीं हैं, 

ऐक्टू जिला अध्यक्ष रविन्द्र कुमार रवि ने कहा कि आजादी से भी पहले से अंग्रेजों से लड़ कर हासिल 44 श्रम कानून था को खत्म कर मजदूर विरोधी 4 श्रम कोड लाकर मजदूरों को गुलाम बनाने का खेल खेल रहे हैं, इस 4श्रम कोड को रद्द करने,चरम बेकारी-कमरतोड़ महंगाई पर रोक लगाने,8 घण्टा काम को 12 घण्टा करने का आदेश रद्द करने,गुलामी वाली ठिका-आउटसोर्स,संविदा प्रथा पर रोक लगाने, निजीकरण पर पूर्ण रोक लगाने की मांग किया, इनौस सिकटा प्रखण्ड अध्यक्ष संजय मुखिया ने कहा कि मोदी सरकार को देश के संसाधनों-सम्पत्तियों की बिक्री व मुद्रीकरण पर रोक लगाते हुए ,रोजगार का प्रबंध और महंगाई पर रोक लगाना चाहिए । आशा कार्यकर्ता संघ गोप गुट के जिला सचिव प्रमिला देवी ने कहा कि सभी संविदा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित कर सुप्रीम कोर्ट के कथनानुसार न्यूनतम वेतन 24 हजार करने की मांग किया, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ गोप गुट के संरक्षक अध्यक्ष सुनील  कुमार राव ने कहा कि मजदूरों की मांगे पूरी करने, महंगाई-बेकारी दूर करने जैसी देश की अति गम्भीर मसले को हल करने की बजाए मोदी-नीतीश सरकार कश्मीर फाइल फ़िल्म दिखा साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने में लगी है,

 आगे कहा कि कल विधान सभा के अंदर भाजपा-नीतीश सरकार द्वारा कश्मीर फाइल फ़िल्म देखने के लिए सभी विधायकों को फ्री टिकट बांटा गया था जिसे माले सहित महागठबंधन के सभी विधायकों ने फाड़ कर फेंक दिया और मजदूरों की मांगे पूरी करो,बेकरी-महंगाई दूर करने के बजाय साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण बन्द करो का आवाज बुलंद किया।आगे हड़तालियों क सम्बोधित करते हुए कहा मोदी सरकार मजदूरों की गाढ़ी कमाई को अडानी -अम्बानी को लूटा रही है और मजदूर-किसानों,गरीबो को दास बना रही है। ऐक्टू  नेता जवाहर प्रसाद ने सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी व नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश पर विभाजनकारी-

विनाशकारी और मजदूर-गरीबों को दास बनाने वाली नीतियां थोप रही है और अडानी-अम्बानी सरीखे पूंजीपतियों के हाथों देश बेचने में लगी है जब इसके खिलाफ में प्रतिरोध हो रहा है तो प्रतिरोध को दबाने के साम्रदायिक बंटवारे का कार्ड खेल रही है। ऐक्टू नेताओं ने कहा कि मोदी -नीतीश सरकार मजदूर-गरीबों को दास बना 5 किलो अनाज की भीख  पर निर्भर वाला देश बना रही है जो देश को मंजूर नहीं। नेताओं ने हर हाथ को काम और काम का पूरा दाम,स्थायीकरण और समान दाम ,सामाजिक सुरक्षा और सम्मान देश के सभी मजदूरों को देने की जोरदार मांग किया। इन नेताओं के आलाव अंजू मिश्रा, प्रतिमा देवी, विमला देवी, शारदा देवी मंजू देवी, रंजिता देवी, प्रभावित देवी, ललिता देवी, पुनम देवी, पुजा देवी, शारदा देवी, अजय तिवारी,नागेन्द्र साह,  कैलाश राउत,रंजीता देवी,  प्रभावती देवी,जयनारायण राउत, कैलाश राउत,अमर कुमार,लालू यादव, रितेश कुमार रवि,माला देवी रेखा देवी मुन्ना राउत,मंजय साह आदि नेतागण शामिल थें।


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