थरूहट क्षेत्र के समग्र विकास के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन कृतसंकल्पित - डी एम





बेतिया,,12 मार्च।  पश्चिम चंपारण जिले के सुदूर थरुहट क्षेत्र में जिले का दूसरा स्टार्टअप जोन क्रियान्वित कराने को लेकर हरनाटांड में विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया और जायजा लिया।


जिलाधिकारी ने कहा कि विगत वर्ष थरुहट क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक लोगों के साथ समाहरणालय के सभा कक्ष में थरुहट क्षेत्र में विकास को लेकर वार्ता की गई थी एवं यहाँ से आये लोगो से स्टार्टअप जोन के क्रियान्वयन पर सुझाव लिया गया था। इसी क्रम में थरुहट क्षेत्र से आये हरेंद्र प्रसाद, ब्रिज किशोर प्रसाद, प्रभावती कुमारी, रूक्मणी देवी इत्यादि लोगों के द्वारा चनपटिया स्टार्टअप ज़ोन सरीखा स्टार्टअप हब थरुहट के हरनाटांड में भी प्रारम्भ कराने का अनुरोध किया गया था ताकि क्षेत्र का समेकित विकास हो सके। थरुहट से आये लोगों के द्वारा चनपटिया स्टार्टअप ज़ोन का भी निरीक्षण किया गया था तथा उसी समरूप स्टार्टअप ज़ोन को आकांक्षा की गई।


जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार एवं जिला प्रशासन थारूओं के आर्थिक, समाजिक उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है तथा इस दिशा में कारगर कार्रवाई की जा रही है। थरूहट क्षेत्रों के सम्यक विकास के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गयी है, जिसका क्रियान्वयन अविलंब प्रारंभ होगा।  


उन्होंने कहा कि आने वाली नयी पीढ़ियों को रोजगार, शिक्षा, स्पोर्ट्स आदि के क्षेत्र में बेहतर भविष्य प्रदान के उदेश्य से कार्य किया जा रहा है ताकि थरूहट क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो सके तथा यहां के निवासियों में समृद्धि आ सके। उन्होंने कहा कि थरूहट क्षेत्र के विकास एवं कल्याण के लिए परंपरागत एवं लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को साथ-साथ लेकर चलने की आवश्यकता है।


निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण महिला विकास समिति, मिश्रौली एवम ग्रामीण महिला विकास समिति, हरना टांड में पूर्व से स्थापित हस्तकरघा केंद्र का निरीक्षण किया गया एवम रॉ मटेरियल लाने से लेकर उसके बिक्री तक कि बारीक जानकारी कामगारों से प्राप्त किया गया। जानकारी लेने के क्रम में मिश्रौली के हरेंद्र प्रसाद के द्वारा बताया गया कि उनकी समिति में 28 महिलाएं काम करती हैं, जो पुरातन पद्धति के हस्तकरघा का उयोग कर शाल, स्वेटर, टोपी इत्यादि बनाते हैं। अभी एक केंद्र में 11 मशीनें हैं। वहीं हरनाटांड के हरेंद्र प्रसाद द्वारा बताया गया कि यह केंद्र 1969-70 से उनके पिता के द्वारा संचालित किया जा रहा है। लगभग 20 वर्षो से वे इसे संचालित कर रहे हैं। अभी इस केंद्र में 42 हस्तकरघा की मशीन और 4 ज़ुकी कि मशीन है। इनके यहां स्वेटर, शाल, चादर, विंड चीटर इत्यादि का निर्माण होता है। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, बेतिया को अब तक 3500 चादर उपलब्ध कराया गया है। 


हरना टांड के ही दूधनाथ प्रसाद और इनके पुत्र मंटू के द्वारा बताया गया कि वे लोकडौन में सूरत से वापस आए और स्थानीय स्तर पर ही माँ फैशन गारमेंट नाम का स्टार्टअप शुरू किए हुए हैं। महीने में लाख का टर्न ओवर है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं पूनम फैशन के मालिक ब्रिज किशोर प्रसाद के द्वारा भी कपड़ा निर्माण के स्टार्टअप प्रारम्भ करने की जानकारी दी गयी। विचार-विमर्श के दौरान पैसे की आवश्यकता और रॉ मटेरियल बाहरी राज्य से मंगवाने में आने वाले अत्यधिक व्यय की समस्या बताई गई। सभी समस्याओं का विधि-सम्मत तरीके से निदान करने का आश्वाशन दिया गया।


जिलाधिकारी ने कहा कि दीये से दीये को जलाकर अंधेरा दूर किया जायेगा। सभी ने स्टार्टअप जोन के लिए जो जज्बा एवं हिम्मत दिखायी है, हम सभी मिलजुल कर इसे सफल बनायेंगे। उन्होंने कहा कि हरनाटांड़ में जिले का दूसरा स्टार्टअप जोन शीघ्र बनाया जायेगा। 


जिलाधिकारी द्वारा मार्केटिंग के बारे में भी जानकारी ली गयी। उद्यमियों के द्वारा बताया गया कि अभी तो स्थानीय बाजार में ही सामानों की बिक्री की जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा इन्हें अन्य जिलों और राज्यों में भी बिक्री करने का सुझाव दिया गया, जिसमे जिला प्रशासन के द्वारा भी सहयोग किया जाएगा।


जिलाधिकारी ने कहा कि थरुहट क्षेत्र के लोग काफी मेहनती हैं और मिलजुल कर रहते हुए आपसी भाई चारे का उदाहरण भी पेश कर रहे हैं। इसी कड़ी को आगे बढ़ने की आवश्यकता है ताकि इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो सके। 


जिलाधिकारी ने कहा कि आधुनिक मशीनों द्वारा टेक्सटाइल एवं गारमेंट्स के क्षेत्र में शीघ ही उत्पादन करने की योजना है। उद्यमियों द्वारा बताया गया कि हमारे यहां हुनरमंद कारीगर भी उपलब्ध हैं, जो सूरत, लुधियाना, पंजाब से वापस आकर कार्य कर रहे हैं।


इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, एडीएम, बगहा,  दीपक मिश्रा, डीसीएलआर, बगहा, मो0 इमरान आदि उपस्थित रहे।

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