बेतिया, 01 मई। सी आई टी यू के विनोद नरूला ने मजदूर दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1886मेअमेरिका के शिकागो शहर में अमेरिकी साम्राज्यवाद की बर्बर पुलिस कार्रवाई में पुलिस की गोलियों से मजदूरों की छलनी हुई लाशो पर से खून से रंगे हुए चिथड़ो को दूसरे मजदूरों ने खून से रंगा हुआ लाल झंडा बनाकर आगे बढ़ा और इस तरीके से मजदूरों को साम्राज्यवादी अमेरिकी निजाम ने शहादत का जाम पीने को मजबूर कर दिया था ,उनका गुनाह मात्र इतना था कि वह इंसान की तरह जीना चाहते थे और 8 घंटा काम का सीमा निर्धारित करने के लिए अपनी आवाज को बुलंद करते हुए सड़कों पर उतरे थे ।वही तांगा यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा ने कहा कि आज एक बार फिर मजदूरों का शोषण करने तथा मजदूरों को जाती और धर्म के नाम पर बांटने की साजिश चल रही है ।वहीं 8 घंटे के काम के बदले 12 घंटे काम करने का मुहिम चलाया जा रहा है जिसमें शासक वर्ग इस मुहिम को चलाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे है, जिसे हम मजदूर वर्ग होने नहीं देंगे ।वही तांगा मजदूर तथा बिहार राज्य ई रिक्शा चालक संघ के महासचिव नीरज बरनवाल ने कहा कि आज देश के अंदर गंभीर चुनौतियों का सामना मजदूरों को करना पड़ रहा है ।29 मार्च को राष्ट्रव्यापी मजदूर हड़ताल पर गए जिसमें 21 करोड़ मजदूरों ने इस हड़ताल में शामिल होकर अपनी आवाज को बुलंद करते हुए कहां की चारों श्रम संहिता कानून को हर हालत में वापस लेना ही होगा।
मजदूर दिवस के अवसर पर रिक्शा मजदूर सभा के महासचिव शंकर कुमार राव, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री प्रभुनाथ गुप्ता, सुशील श्रीवास्तव,सदरे आलम,अनील अनल, मुस्तकीम साईं,राजदा बेगम,संत राम इत्यादि साथियों ने मजदूर दिवस पर प्रकाश डाला।
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