बिहार में एईएस पर जागरूकता को और गति देने की जरूरत

   




मुजफ्फरपुर, 28 मई । जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार को लेकर किए जा रहे कार्यों /गतिविधियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। 

बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक हम एईएस पर नियंत्रण करने में कामयाब रहे हैं। किये जा रहे कार्यों/गतिविधियों को विशेषकर जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जून के महीने में एईएस का प्रकोप अधिक रहा है। इसे देखते हुए हमें अलर्ट मोड में रहना होगा। विगत तीन-चार महीनों से चल रहे जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है। वार्ड वार 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे पर विशेष नजर रखें। विभिन्न सरकारी कर्मियों, पदाधिकारियों एवं स्टेकहोल्डर्स के प्रशिक्षण की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि जिनका प्रशिक्षण अभी तक नहीं हुआ है, जो छूट गए हैं उनका विशेष तिथि निर्धारित कर अगले सप्ताह में प्रशिक्षण देना सुनिश्चित किया जाए। पंचायत स्तर पर जिन वाहनों को टैग किया गया है इसके बारे में निर्देश दिया गया कि इसका विश्लेषण करें कि उनका उपयोग कितना हो रहा है। साथ ही आम जनमानस में यह संदेश दे कि लक्षण नजर आते ही बच्चे को टैग किए गए वाहन या किसी भी निजी वाहन से निकट के अस्पताल में जल्द पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए ताकि ससमय बच्चा हॉस्पिटल पहुंचे और उसका  इलाज हो सके।


 बैठक में निर्देश दिया गया कि नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों को भी प्रशिक्षण देना सुनिश्चित किया जाए। शनिवार को गोद लिए हुए पंचायतों में पदाधिकारियो द्वारा विजिट किया जाता है इस संबंध में प्रत्येक पदाधिकारी ससमय अपना प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। पहली बार एलईडी वाहन से सघन प्रचार प्रसार किया गया जो कि सफल रहा। इसे देखते हुए निर्देश दिया गया कि जून महीने में 7 तारीख से लेकर 12 तारीख तक एलईडी वाहन से पुनः प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए।


 वहीं बैठक में डॉ सतीश कुमार के द्वारा बताया गया कि 10 मई तक प्रथम फेज में कुल 843541 हैंडबिल वितरित किया गया जबकि सेकंड फेज में 27 मई तक 136435 हैंड बिल वितरित किया गया। 7747 सरकारी भवनों एवं अन्य भवनों पर दिवाल लेखन कराए गए। 25 आरबीएसके वाहनों से प्रचार  चल रहा है।  270 पंचायतों में चमकी पर चर्चा लगातार की जा रही है । अभी तक 4777 सामुदायिक बैठक की गई है। आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा कार्यकर्ता और जीविका दीदियों के द्वारा लगातार होम विजिट करते हुए अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त महादलित टोलों में नुक्कड़ नाटक से भी प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। सभी 385 पंचायतों में कुल 1178 वाहनों को टैग किया गया  है। इसके अतिरिक्त अन्य किए जाने वाले महत्वपूर्ण गतिविधियों की जानकारी डॉ सतीश कुमार के द्वारा दी गई।

बैठक में दवाइयों की उपलब्धता एवं उपकरणों की उपलब्धता की भी जानकारी ली गई। बताया गया कि माकूल चिकित्सीय व्यवस्था की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर, एसीएमओ, अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार ,अपर समाहर्ता आपदा डॉ अजय कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी तथा जिला स्तर के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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