पश्चिम चंपारण में संचालित कस्तूरबा विद्यालय के बालिकाओं की हो रही स्वास्थ्य जांच

 


स्क्रीनिंग के बाद बालिकाओं का बनाया जा रहा स्वास्थ्य कार्ड, आरबीएसके की टीम कर रही स्वास्थ्य जांच


बेतिया, 24 अगस्त। बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर केंद्र प्रायोजित समग्र शिक्षा योजना के तहत पश्चिमी चंपारण जिले के शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े 18 प्रखंडों में कुल 18 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन विद्यालयों में समाज के कमजोर वर्ग जैसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं बीपीएल कार्ड धारी समुदाय की 10 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की बालिकाएं आवासीय व्यवस्था के तहत कक्षा 8 से 12 तक की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त करती हैं। जहां इन बालिकाओं को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य जांच की जा रही है।


बालिकाओं का बनेगा स्वास्थ्य कार्ड

सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र कुमार चौधरी ने सभी प्रखंडों के स्वास्थ पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने सभी चलंत चिकित्सा दलों के माध्यम से अपने स्वास्थ्य क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में जाकर बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण करें। इसके साथ ही स्वास्थ्य कार्ड संधारित कर संदर्भित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/प्रधानाध्यापिका/छात्रावास वार्डन को हस्तगत कराएँ। बालिकाओं के बीमार पड़ने की स्थिति में संबंधित प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र पर इनके इलाज की समुचित व्यवस्था करें।


1110 बालिकाओं की हुई स्क्रीनिंग 

18 प्रखंडों में संचालित 18 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है। मंगलवार को भी इन विद्यालयों में जाकर बालिकाओं की स्क्रीनिंग की गई। 1110 बालिकाओं की स्क्रीनिंग के बाद उनका हेल्थ कार्ड बनाया गया। 1110 स्क्रीनिंग में 50 को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज के लिए भेजा गया।

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