बेतिया, 12 अगस्त। राज इंटर कॉलेज, बेतिया के हिन्दी विभाग द्वारा साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था 'अनुराग' के सहयोग से काॅलेज में कविवर गोपाल सिंह 'नेपाली' जयंती समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दो सत्रों में संचालित हुआ। अध्यक्षता प्राचार्य हरिशंकर सिंह ने की। संचालन हिन्दी विभाग के डाॅ. राजेश कुमार 'चंदेल' व धन्यवाद ज्ञापन उमेश कुमार ने किया। शिक्षिका खुशबू मिश्रा ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र में 'नेपाली साहित्य में राष्ट्रीय चेतना' विषयक विमर्श में अवधेश कुमार वर्मा, रमेश चन्द्र सिंह, आशीष कुमार शर्मा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि नेपाली इसी विद्यालय के छात्र थे।उनका साहित्य राष्ट्रीय चेतना और राष्ट्र प्रेम से ओत-प्रोत है। नेपाली अपनी कालजयी रचनाओं के माध्यम से आज भी देश-दुनिया में लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। द्वितीय सत्र कवि-सम्मेलन में स्थानीय कवि -शायरों ने खूब तालियां बटोरी। मंचासीन शायर डाॅ. जफर इमाम ने कहा कि वो गीता बाईबिल कुरान की कीमत समझता है, समझने वाला धर्म-इमान की कीमत समझता है। प्रो. कमरुज्जमां कमर ने कहा कि दिलों से दूर होते जा रहे हो, कि तुम मगरुर होते जा रहे हो। अरुण गोपाल ने कहा कि कितना भी पकड़ना चाहूं मैं तुम हाथ छुड़ाए फिरते हो, ऐ माझी ये तो बता क्यों ख्वाब में आए फिरते हो। ललन पाण्डेय लहरी ने पढ़ा कि उम्मीद पर पाला पड़ल निराशा के घानी, बहुरुपिया बदरा बरसवलस ना पानी। 'अनुराग' के प्रवक्ता डाॅ. जगमोहन कुमार, अखिलेश्वर मिश्र, अनिल अनल, आभास झा युवा, अतुल आजाद, पाण्डेय धर्मेंद्र शर्मा, शमी बरनवाल, मुन्ना कुमार राम, अनुराग आदि ने अपनी काव्यात्मक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में शिक्षक कृष्ण गोपाल सिन्हा, डाॅ. सुधांशु चतुर्वेदी, सुनील कुमार, डाॅ. राजकिशोर राम आदि सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।
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