बेतिया मे पुलिस प्रशासन एवं आंदोलन समिति के कार्यकर्ताओं में आपसी झड़प




        बेतिया, 17 सितम्बर। आंदोलन समिति के मतदान बहिष्कार के फैसले के विरुद्ध जाने वाले लोगों के बीच तथा कुछ पूंजी पतियों के प्रभाव में नॉमिनेशन करने के विरोध में गांव की आम जनता तथा आंदोलन समिति के कार्यकर्ताओं के साथ नॉमिनेशन करने वाले पूंजीपति लोगों के बीच झड़प हुई परिणाम स्वरूप पुलिस प्रशासन के आने के बाद सुधीश भगत एवं राजेश कुशवाहा गिरफ्तार कर लिए गए ग्रामीण जनता ने इसके विरोध में पुलिस प्रशासन के सुरक्षा गार्डों को अपने प्रभाव में ले लिया इंस्पेक्टर ऊग्रनाथ 3 घंटे तक बरवत सेना में रहे , गिरफ्तार किए गए राजेश कुशवाहा और सुदीप भगत जो आंदोलन समिति के  संयोजक हैं को पुलिस प्रशासन ने ग्रामीण जनता के दबाव में बाई इज्जत गांव में लाकर गांव को सुपुर्द किया तत्पश्चात गांव के लोगों ने पुलिस प्रशासन को छोड़ा

        आंदोलन समिति के संरक्षक विजय कश्यप के आगमन पर पूरी जनता विश्वास के साथ राजेश कुशवाहा एवं सुदीप भगत को छोड़ने की नारे लगाने लगे तत्पश्चात प्रशासन से विजय कश्यप की वार्ता होने के पश्चात प्रशासन ने सुदीप भगत और राजेश कुशवाहा को वापस गांव में लाकर छोड़ने का आश्वासन दिया, तब जाकर  जनता शांत हुई एवं अनुशासन पूर्वक सारा आंदोलन चलता रहा शाम 4 बजे राजेश कुशवाहा और सुदीप भगत भगत को पुलिस प्रशासन ने लाकर गांव के बीच में उनके परिवार के लोगों के बीच सुपुर्द किया ।आंदोलन समिति के संरक्षक विजय कश्यप जी ने प्रशासन से जिला  अधिकारी की उपस्थिति में आंदोलन समिति के साथ वार्ता करने का आह्वान किया

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