भोजपुरी के महान विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की 135 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन।






पटना, 18 दिसंबर।  भोजपुरी के महान विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की 135 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। इस अवसर पर भोजपुरी के महान विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर  सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया ने  संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन आज से 135 वर्ष पूर्व 18 दिसंबर 1887 ई0 को बिहार के छपरा में स्वर्गीय भिखारी ठाकुर का जन्म हुआ था। उनका सारा जीवन समाज जागृति एवं कला संस्कृति के लिए समर्पित रहा। भिखारी ठाकुर ने बिहार, नेपाल एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक कुरीतियों जैसे बाल विवाह, दहेज प्रथा, वेश्यावृति उन्मूलन, नारी उत्पीड़न जैसे अनेक सामाजिक कुरीतियों को अपने कला मंच के माध्यम से समाज के समक्ष प्रस्तुत कर समाज में जागृति लाने का प्रयास किया। 1917 मे भोजपुरी के महान कलाकार भिखारी ठाकुर ने अपने कला मंच के माध्यम से समाज में जागृति लाने का प्रयास आरंभिक किया था। 1930 से 1970 के बीच बिहार, असम, उत्तर प्रदेश एवं नेपाल के क्षेत्रों में हजारों कार्यक्रम प्रस्तुत किए एवं कला एवं संस्कृति को जीवंत रूप दिया। इस अवसर पर डॉ0 एजाज अहमद, बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 शाहनवाज अली वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भोजपुरी के महान विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के सम्मान में सरकार द्वारा राष्ट्रीय साहित्य नित्य स्मारक एवं विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जाए ताकि समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में कलाकारों के योगदान को नई पीढ़ी जान सके। यही होगी गी सरकार द्वारा कलाकारों के प्रति सच्ची श्रद्धांजली।

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